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MP News: श्योपुर में मनी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की त्रयोदशी, कराया गरीबों को भोज

MP News: धर्मवीर कटेवा ने कहा- शांति का सूत्रपात सिर्फ महात्मा गांधी के सिद्धांतों में ही छिपा है।

By Prashant Pandey

Publish Date:

Mon, 12 Feb 2024 07: 48 PM (IST)

Updated Date:

Mon, 12 Feb 2024 07: 55 PM (IST)

MP News: श्योपुर में मनी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की त्रयोदशी, कराया गरीबों को भोज

श्योपुर में त्रिवेणी संगम पर पूज्य बापू महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि देते मुख्यअतिथि।

MP News: सुरेश वैष्णव, श्योपुर। पूज्य बापू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भले हमें 1948 में छोड़कर चले गए हों, लेकिन श्योपुर जिले में आज भी हर साल 12 फरवरी को उनकी त्रयोदशी मनाई जाती है। जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर मानपुर कस्बे में स्थित त्रिवेणी संगम पर महात्मा गांधी सेवा आश्रम व गांधी विचार मंच के द्वारा महात्मा गांधी की त्रयोदशी पर भंडारा किया जाता है।

2024 में इस आयोजन के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं। सोमवार को त्रिवेणी संगम पर गांधी जी की पुण्यतिथि पर आयोजित हुए कार्यक्रम में राजस्थान के गांधीवादी विचारक धर्मवीर कटेवा सहित कई गांधीवादी नेता व बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने गांधी जी के चित्र पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस दौरान भोज भी किया गया, जिसमें सैकड़ों गरीब लोगों को भोजन कराया गया।

मुख्य अतिथि व गांधीवादी विचारक धर्मवीर कटेवा ने कहा कि आज पूरा विश्व शांति के नाम पर ही एक दूसरे का खून बहा रहा है। शहर के शहर बम गिराकर नष्ट किए जा रहे हैं, लेकिन शांति का नामोनिशान दिखाई नहीं दे रहा है। शांति का सूत्रपात सिर्फ महात्मा गांधी के सिद्धांतों में छिपा है, जिसे निहत्थे बुजुर्ग ने अहिंसा को हथियार बनाकर उस ब्रिटिश हुकूमत को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया, जिसकी सत्ता का सूरज कभी डूबता नहीं था।

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आज विश्व शांति के लिए गांधी के विचार ही प्रासंगिक हैं, उन्हें अपनाकर ही शांति आ सकती है न कि एटम बम गिराकर। कलेक्टर संजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्य एवं अहिंसा के बताए मार्ग पर चलकर ही जीवन को सार्थकता प्रदान की जा सकती है। गांधीवादी विचारक जीएस बाफना, राज्य संयोजक राष्ट्रीय युवा योजना राजस्थान एवं गो सेवा संघ राजस्थान के सचिव हनुमान सहाय शर्मा, पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

समाजसेवी कैलाश पाराशर ने कार्यक्रम का संचालन किया। जयसिंह जादौन एवं आदित्य चौहान ने सर्वधर्म प्रार्थना कराई और नशामुक्ति व छुआछूत मिटाने के लिए शपथ दिलाई। बता दें कि महात्मा गांधी का निधन 30 जनवरी 1948 को हुआ था, जिसके बाद देश के 12 स्थानों पर उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया। श्योपुर के मानपुर की त्रिवेणी संगम नदी भी शामिल है। यहां 12 फरवरी 1948 को हेलीकाप्टर से उनकी राख का विसर्जन किया गया था, तभी से गांधीवादी नेता यहां हर साल उनकी याद में त्रयोदशी मनाते आ रहे हैं।

यहीं गांधीवादी सुब्बाराव की अस्थियां भी की गईं थी विसर्जित

गांधीवादी विचारक प्रसिद्ध सर्वोदयी डा. एसएन सुब्बाराव का अस्थि कलश 30 अक्टूबर 2021 को मुरैना व श्योपुर जिले के विभिन्न गांव से होता हुआ श्योपुर के गांधी आश्रम पहुंचा। यहां से उनके अनुयायी अस्थि कलश को लेकर मानपुर स्थित रामेश्वर धाम त्रिवेणी संगम पहुंचे और अस्थि कलश विसर्जित किया गया था। कलश यात्रा जाट खेड़ा, रायपुरा, सोंई, जावदेश्वर, जैनी व मानपुर होते हुए त्रिवेणी संगम रामेश्वर धाम पहुंची, जहां मंत्रोच्चार के साथ उनके सैंकड़ों अनुयायियों ने संगम के मध्य अस्थि कलश विसर्जित किया।

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    नईदुनिया डॉट कॉम इंदौर में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ डेस्क पर वरिष्ठ उप-संपादक। पत्रकारिता और जनसंचार में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से बैचलर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से मास्टर्स डिग्री। इंदौर में 2014