Vidisha News विदिशा में किसान से 10 हजार की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार, ऐसे लोकायुक्त ने बिछाया था पकड़ने जाल
Vidisha News: जब रामप्रसाद पटवारी जैन को दस हजार रुपये दे रहा था, उसी समय लोकायुक्त टीम ने पकड़ लिया। आरोपित पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।
By Neeraj Pandey
Publish Date:
Thu, 28 Mar 2024 10: 15 PM (IST)
Updated Date:
Thu, 28 Mar 2024 11: 58 PM (IST)
HighLights
- किसान से 10 हजार की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार
- विदिशा में किराए के कमरे में करता था शासकीय कार्य
- पटवारी, विदिशा जिले की सिरोंज तहसील क्षेत्र का मामला
नईदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। लोकायुक्त पुलिस ने सिरोंज में गुरुवार को पटवारी विकास जैन को एक किसान से दस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पटवारी जमीन का रकबा सुधारने के बदले यह रिश्वत ले रहा था। दिलचस्प बात यह है कि पटवारी जैन ने अपने शासकीय कार्य करने के लिए यहां किराए से कमरा लिए हुए है। इसी कमरे में पटवारी ने किसान से रिश्वत के रुपये मंगाए थे।
दस हजार लेते पकड़ा
लोकायुक्त पुलिस की इंस्पेक्टर रजनी तिवारी ने बताया कि ग्राम पारधा के रहने वाले किसान रामप्रसाद कुशवाह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पटवारी विकास जैन उनके एक रिश्तेदार की जमीन के रकबे में सुधार के लिए दस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। पहले शिकायत की पुष्टि की गई और फिर गुरुवार को वे टीम के साथ सिरोंज पहुंचीं। यहां पूर्व में हुई चर्चानुसार पटवारी ने किसान रामप्रसाद को दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में किराए से लिए गए कमरे पर बुलवाया। जब रामप्रसाद पटवारी जैन को दस हजार रुपये दे रहा था, उसी समय लोकायुक्त टीम ने पकड़ लिया।
तिवारी ने बताया कि पटवारी ने शासकीय कार्य के लिए यह कमरा किराए पर लिया था। इस कमरे में वह अपना निजी कार्यालय संचालित कर रहा था। आरोपित पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। भोपाल की टीम में उनके अलावा इंस्पेक्टर नीलम पटवा,प्रधान आरक्षक राजेंद्र पावन, मुकेश सिंह, मुकेश पटेल, अवध बाथवी,संदीप सिंह शामिल थे।
पटवारी एक साल से लगवा रहा था चक्कर
पीड़ित किसान रामप्रसाद ने बताया कि उनके समधी मथरालाल की जमीन के रकबे में कुछ सुधार होना था लेकिन उनके पैर में चोट होने के कारण उनका सरकारी कार्यालय आना-जाना बंद था। मथुरालाल ने उनसे यह काम कराने को कहा था। जब इस काम को लेकर उन्होंने पटवारी से बात की तो वे एक साल तक चक्कर लगवाते रहा। आखिर में पटवारी ने दस हजार रूपये लेकर काम करने पर हामी भरी। पटवारी ने होली के बाद पैसे देने और काम करने की बात कही थी। इसी से परेशान होकर उन्होंने लोकायुक्त पुलिस से पटवारी की शिकायत की थी।
- ABOUT THE AUTHOR
पत्रकारिता के क्षेत्र में डेस्क और ग्राउंड पर 4 सालों से काम कर रहे हैं। अगस्त 2023 से नईदुनिया की डिजिटल टीम में बतौर सब एडिटर जुड़े हैं। इससे पहले ETV Bharat में एक साल कार्य किया। लोकसभा और उत्तर प्रदेश, मध् …