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Hello Naidunia: गंदा और मटमैला पानी आ रहा है तो सर्विस लाइन में हो सकता है लीकेज

Hello Naidunia: गंदा और मटमैला पानी आ रहा है तो सर्विस लाइन में हो सकता है लीकेज

Hello Naidunia: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अगर आपके क्षेत्र में गंदा और मटमैला पानी आ रहा है, तो हो सकता है सर्विस लाइन में लीकेज हो। जलूद से इंदौर आने वाला पानी स्वच्छ है। टंकियों से सप्लाई होने वाला पानी भी साफ होता है। शहर में एक दिन छोड़कर एक दिन पानी आता है। ऐसे में 45 घंटे से ज्यादा समय तक वितरण लाइन खाली रहती है। अगर वितरण लाइन या सर्विस लाइन में छोटा सा भी लीकेज होगा तो यह बाहर की गंदगी को भीतर खींचने लगता है। इससे जल वितरण लाइन में गंदगी मिलने की आशंका बढ़ जाती है।

इंदौर में ज्यादातर घरों में अंडर ग्राउंड पानी की टंकी है। वर्षाकाल में सड़क का पानी इसमें भराने लगता है। टंकियों में लगे नलों में टोटियां नहीं होती। जल वितरण लाइन में वैक्यूम बनने पर सड़क का पानी लाइन तक आ जाता है और टंकी के पानी को दूषित कर देता है। जरूरी है कि हम अंडर ग्राउंड बनी टंकियों में लगे नलों में टोटियां जरूर लगवा लें। यह बात नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने कही। वे मंगलवार को नईदुनिया के साप्ताहिक आयोजन हेलो नईदुनिया में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे।

मंडलेश्वर की लैब में पानी की होती है नियमित जांच

श्रीवास्तव ने कहा कि यह भ्रांति है कि वर्षाकाल में नलों में गंदा पानी आता ही है, यह सही नहीं है। मंडलेश्वर में बनी लैब में नियमित जांच की जाती है। वहां से शुद्ध पानी सप्लाई होता है। इंदौर आने पर भी पानी साफ ही रहता है। इसके बावजूद अगर नल में गंदा पानी आ रहा है तो सबसे पहले हमें अपनी सर्विस लाइन की जांच करना चाहिए। कई लाइनें तो वर्षों पुरानी होकर सड़ चुकी हैं। इनमें हल्का सा भी लीकेज होगा तो गंदा पानी आने की आशंका बन जाती है।

नल में गंदा पानी आने की सामान्य वजह

  • जल वितरण लाइन दो दिन में सिर्फ दो घंटे चार्ज होती है। यानी इन लाइनों में दो दिन में सिर्फ दो घंटे पानी रहता है। शेष समय लाइन खाली रहती है। ऐसे में छोटा सा भी लीकेज होगा तो गंदा पानी इस लाइन में उतर जाता है।
  • शहर में औसतन हर 20 फीट पर एक कनेक्शन है। घरेलू कनेक्शन की सर्विस लाइन बहुत पुरानी है।
  • पंजीकृत प्लंबर से कनेक्शन नहीं कराने की वजह से कई बार लीकेज रह जाता है।

यह भी जानें

  • 106 टंकियां नगर निगम सीमा में
  • 436 एमएलडी पानी मिलता है शहर को रोज

नल में गंदा पानी आने पर करें शिकायत

नल में गंदा पानी आने पर आप जोन पर सहायक यंत्री, उपयंत्री, जोनल अधिकारी को सीधे शिकायत कर सकते हैं। 311 एप और निगम कंट्रोल रूम पर भी शिकायत कर सकते हैं।

कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव ने इन सवालों के दिए जवाब

सवाल- हर वर्षाकाल में नलों में गंदा पानी आता है, क्या वजह है? – राजू अग्रवाल

जवाब- अंडर ग्राउंड टंकियों में टोटी नहीं होना, सर्विस लाइन में लीकेज की वजह से भी नल में गंदा पानी आ सकता है। नगर निगम की टीम इसकी जांच करती रहती है।

सवाल – घरों में गंदा पानी आ रहा है, क्या करें? -सुरेश कुमार मंगवानी, अन्नपूर्णा रोड

जवाब – आप शिकायत दर्ज कराएं। संबंधित व्यक्ति आपसे संपर्क कर समस्या का समाधान करेंगे।

सवाल – नल में पीले रंग का पानी आ रहा है। इसकी वजह से तबीयत बिगड़ रही है? -सुभाष केपी श्रीवास्तव गुलाबबाग

जवाब – आपकी शिकायत दर्ज कर ली गई है। एक-दो दिन में जांच कर समाधान करेंगे।

सवाल – तीन महीने से गंदा पानी आ रहा है। शिकायत कर चुके हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। – महेंद्र कोठारी, क्लर्क कालोनी

जवाब – हो सकता है आपकी जल वितरण लाइन और सीवेज लाइन मिक्स हो रही हो। जांच करवाएंगे।

सवाल – दो साल से गंदा पानी आ रहा है। वर्षाकाल में शुरुआत में करीब 20 मिनट तक गंदा पानी आता है। इसके बाद साफ पानी आता है। – दीपक शर्मा, रिद्धि-सिद्धि विहार

जवाब – संबंधित अधिकारी को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही वे आपसे संपर्क करेंगे।

Posted By: Hemraj Yadav

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