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Ratlam Suicide Case: थाने में प्रदर्शन के बाद आरक्षक पर केस दर्ज, रतलाम में पुलिस की पिटाई के बाद युवक ने कर ली थी खुदकुशी

Ratlam Suicide Case: थाने में प्रदर्शन के बाद आरक्षक पर केस दर्ज, रतलाम में पुलिस की पिटाई के बाद युवक ने कर ली थी खुदकुशी

धरने की सूचना पर एसडीएम मनीष जैन मौके पर पहुंचे और समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण व स्वजन सभी पुलिकर्मियों पर प्रकरण दर्ज करने, मुआवजे की मांग करने लगे। एसडीएम से जिपं उपाध्यक्ष केशु निनामा, जिला पंचायत शरद डोडियार, जनपद सदस्य चंदू मईड़ा, जयस कार्यकर्ता पूनमचंद डामर ने चर्चा की, लेकिन सभी जिले के वरिष्ठ अधिकारी से ही चर्चा करने की मांग करते रहे।

Publish Date:

Sun, 28 Jan 2024 06: 41 PM (IST)

Updated Date:

Sun, 28 Jan 2024 06: 41 PM (IST)

Ratlam Suicide Case: थाने में प्रदर्शन के बाद आरक्षक पर केस दर्ज, रतलाम में पुलिस की पिटाई के बाद युवक ने कर ली थी खुदकुशी

थाने में शव दाह की तैयारी की तब जाकर दर्ज हुआ युवक की पिटाई करने वाले आरक्षक पर प्रकरण

रतलाम, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के ग्राम बाजना में पुलिस आरक्षक द्वारा चांटे मारने के बाद तनाव में आए युवक द्वारा शनिवार को फांसी लगाकर खुदकुशी करने पर स्वजन व अन्य ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर शव थाना परिसर में रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था जो देर रात तक चला।

रात में समझाइश के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए स्वजन ले गए, लेकिन रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद सुबह करीब 11 बजे फिर से शव थाने लाकर स्वजन ने थाना परिसर में ही दाह संस्कार की तैयारी कर ली।

दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर बर्खास्त करने, मुआवजा देने की मांग पर करीब पांच घंटे चला प्रदर्शन आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने व दो लाख रुपये का मुआवजा देने के बाद खत्म हुआ।

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मालूम हो कि 22 वर्षीय गणेश मईड़ा पुत्र छगन मईड़ा निवासी रतलाम रोड बाजना ने शनिवार दोपहर अपने घर में रस्सी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद स्वजन व अन्य लोग शव लेकर बाजना थाने पर पहुंचे और पुलिस को बताया कि 24 जनवरी की रात बाजना से करीब आधा किलोमीटर स्थित एक ढाबे पर गणेश गया था।

वहां पुलिस वाहन से आरक्षक शफीउल्लाह व अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे थे और गणेश को चांटे मारे थे। स्वजन की मांग थी कि संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर कर उन्हें बर्खास्त किया जाए, तभी उसके बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा।

रात करीब 11 बजे समझाइश पर स्वजन शव पोस्टमार्टम के लिए ले गए। पोस्टमार्टम के बाद रविवार को फिर से शव थाने लेकर आए दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया। थाना परिसर में ही लकड़ियां लाकर स्वजन ने शवदाह की तैयारी भी कर ली। इस पर पुलिस ने अहतियात के तौर पर शव को थाना परिसर में ही एक टेबल पर रखवा दिया।

एसडीएम से नहीं माने, एएएसपी को बताई समस्या

धरने की सूचना पर एसडीएम मनीष जैन मौके पर पहुंचे और समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण व स्वजन सभी पुलिकर्मियों पर प्रकरण दर्ज करने, मुआवजे की मांग करने लगे। एसडीएम से जिपं उपाध्यक्ष केशु निनामा, जिला पंचायत शरद डोडियार, जनपद सदस्य चंदू मईड़ा, जयस कार्यकर्ता पूनमचंद डामर ने चर्चा की, लेकिन सभी जिले के वरिष्ठ अधिकारी से ही चर्चा करने की मांग करते रहे।

इस बीच करीब एक बजे सैलाना विधायक कमलेश्वर भी थाने पर पहुंचे। विधायक ने सबके सामने अधिकारियों चर्चा की और वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के लिए कहा।

एएसपी राकेश खाखा के आने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें अपनी समस्या बताते हुए कहा कि थाने में पुलिसकर्मी मिलकर भांजगड़ा करवाते हैं। अनावश्यक परेशान किया जाता है। एएसपी ने ऐसे मामलों में कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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इधर रेडक्रास से तत्काल दो लाख रुपये का मुआवजा देने व आरक्षक शफीउल्लाह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की जानकारी देने पर शाम करीब चार बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और शव थाने से ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।

आरक्षक शफीउल्लाह को निलंबित करने के बाद उसके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया गया है। जांच में आगे की कार्रवाई भी करेंगे। रेडक्रास से दो लाख रुपये का मुआवजा भी दिलवाया गया है। थाना परिसर में किसी भी तरह का भांजगड़ा नहीं होगा, ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा है।

आदिवासी युवक ने पुलिस की मारपीट के चलते आत्महत्या की। मारपीट करने की शिकायत पर थाने में भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रकरण दर्ज किया है, लेकिन एक ही पुलिस आरक्षक का नाम है। आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धारा भी नहीं लगाई गई है। जांच में हम इन धाराओं को जुड़वाएंगे।